विश्व विधाता

विश्व विधाता

आधार छंद --- रास छंद सममात्रिक
लक्षण --- मापनी मुक्त
परिचय-- महा पौराणिक वर्ग भेद (28,657) 
यति ---8, 8,6
पदांत-- 112


विश्व विधाता, जीवन दाता, ध्यान करो।
मैं खलकामी, हूँ अनुगामी, शरण धरो।।
हे जगदीश, मिले आशीष, तुम वर दो।
ध्यान लगाते, हरि गुण गाते, भव तर दो।।

दर्शन पाऊँ, प्रभू मनाऊँ, चाहत है।
नाम तिहारा, बने सहारा, राहत  है।।
सुनो करतार, मेरी पुकार, आस बड़ी।
फँसे मझधार, नहीं पतवार, विपद खड़ी।।

तारण हारा, नाम तिहारा, सब रटते।
आस लगाओ, अलख जगाओ, दुख मिटते।।
मैं अज्ञानी, कर मनमानी, पाप भरा।
तुम से नाता, तुम हो दाता, प्रेम खरा।।


आभार - नवीन पहल - २०.०३.२०२४  🙏🏻🌹
# दैनिक प्रतियोगिता हेतु कविता 

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4 Comments

Gunjan Kamal

04-Apr-2024 02:28 AM

शानदार

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Mohammed urooj khan

22-Mar-2024 11:50 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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RISHITA

21-Mar-2024 11:15 PM

Amazing

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